93 साल की हुई भारत की पहली डीलक्स ट्रेन, कभी सिर्फ अंग्रेजों को थी ट्रेवल की परमिशन

93 साल की हुई भारत की पहली डीलक्स ट्रेन, कभी सिर्फ अंग्रेजों को थी ट्रेवल की परमिशन

भारत की पहली डीलक्स ट्रेन डेक्कन क्वीन की शुरुआत 1 जून 1930 को हुई थी. लोकल भाषा में इसे 'दक्खन की रानी' भी कहा जाता है. 

इलेक्ट्रिक इंजन के साथ आने वाली यह देश की पहली ट्रेन थी. 

यह ट्रेन पुणे से मुंबई के बीच चलाती है.

इस ट्रेन को शुरुआत में केवल अंग्रेजों के लिए चलाया गया था. जो सप्ताह में एक दिन चलती थी. इस ट्रेन में 1943 में भारतीयों को यात्रा करने की मंजूरी मिली थी. 

इसका रियल मॉडल इंग्लैंड में बनाया गया था और बोगियों को मुंबई के मोटुंगा वर्कशॉप में बनाया गया था. 

यह पहली ट्रेन थी जिसमें महिलाओं के लिए स्पेशल कोच को जोड़ा गया था. 

इसके साथ ही यह देश की पहली ट्रेन है जिसमें यात्रियो के लिए अलग से डाइनिंग हॉल बनाया गया था. 

इस ट्रेन को सात डिब्बों के साथ शुरू किया गया था. सभी डिब्बे सिल्वर और शाही नीले रंग के थे, जिनके बीच में एक सुनहरे रंग की लाइन थी. 

आज भी मुंबई में काम करने वाले बहुत से लोग इसी ट्रेन से वीकेंड पर अपने परिवार से मिलने के लिए पुणे जाते हैं.