कैसा रहा है आम आदमी पार्टी का चुनावी सफर

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आज दिल्ली में विधानसभा चुनावों का नतीजा आएगा. साथ ही भाजपा उम्मीद लगा रही है कि उसका दिल्ली में 27 साल का सूखा खत्म हो जाए.

पिछले 10 सालों से दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी को हराने के भाजपा ने अपनी तमाम कोशिशे की हैं.

पहली बार आम आदमी पार्टी सत्ता में 2013 में आई. लेकिन उस समय उसे कांग्रेस के साथ गठबंधन करना पड़ा. पर यह गठबंधन केवल 49 दिन में ही टूट गया.

वहीं 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 67 सीट को अपने झोली में बहुमत के साथ जीत हासिल की और दिल्ली की सत्ता पर काबिज हो गई.

इसके बाद 2020 के चुनाव की अगर बात करें तो यहां आम आदमी पार्टी की मजबूती दिल्ली की जनता पर थोड़ी हल्की पड़ी.

इस साल आम आदमी पार्टी की झोली में केवल 62 सीटें की आईं.

इसके बाद साल 2025 में चुनाव में दिल्ली के विधानसभा चुनाव हुए. जिसको लेकर 8 फरवरी 2025 को नतीजे जारी होंगे.

अब देखना होगा कि साल 2025 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी किस सीट अपने नाम कर पाती है.