अब हवाई यात्रा और सुगम और सरल हो जाएगी. उड्डयन मंत्रालय ने दिल्ली, वाराणसी और बेंगलुरु एयरपोर्ट पर डीजी यात्रा यानी पेपरलेस वर्क सिस्टम का शुभारंभ किया है.
इसके लिए सफर शुरू करने से पहले यात्रियों को अपने मोबाइल पर गो लाइव एप डाउनलोड करके रजिस्ट्रेशन कराना होगा.
रजिस्ट्रेशन के बाद जब सारी औपचारिकताएं पूरी हो जाएंगी तो आपका चेहरा ही आपकी पहचान हो जाएगा.
विमान यात्रियों को जांच प्रक्रिया के लिए न केवल लंबी लाइन लगाने से मुक्ति मिली बल्कि कागजात का झंझट भी खत्म हो जाएगा.
डिजि-यात्रा एप में यात्रियों की व्यक्तिगत पहचान बताने वाले डाटा को केंद्रीकृत प्रणाली में स्टोर नहीं किया जाएगा.
पहचान पत्र व यात्रा की जानकारियां यात्रियों के फोन में ही एक सुरक्षित वॉलेट में रहेंगी.
एप में यात्रियों का डाटा एनक्रिप्टेड होगा क्योंकि इसके लिए ब्लॉकचेन तकनीक उपयोग हो रही है.
यात्रियों का डाटा हवाई अड्डे से 24 घंटे पहले शेयर होगा
यात्रा पूरी होने के 24 घंटे में इसे हवाई अड्डों के सर्वरों से अनिवार्य रूप से मिटा भी दिया जाएगा.
इसे हैदराबाद, कोलकाता, पुणे और विजयवाड़ा में भी मार्च 2023 से शुरू किया जाएगा.
जल्द ही यह तकनीक देश भर के हवाई अड्डो में शुरू होगी.