क्या सच में हमें भूत-प्रेत पर यकीन करना चाहिए

बचपन में हमने दादी-नानी से भूत-प्रेत की कहानियां खूब सुनी होंगी. 

हममें से ज्यादातर लोग भूत-प्रेत और आत्माओं की बात पर यकीन कर लेते हैं. पर सवाल उठता है कि क्या सच में भूत प्रेत होते हैं.

कई लोग ये दावा करते हैं कि उन्होंने अपने आसपास किसी भूत-प्रेत या बुरी आत्मा को महसूस किया है.

इन बातों नें कितनी सच्चाई ये आइए जानते हैं.

भूत-प्रेत और आत्माएं होती हैं या नहीं इसे लेकर विज्ञान और अध्यात्मवाद में अलग-अलग तर्क दिए जाते हैं.

शास्त्रों के अनुसार आत्माएं तीन तरह की होती हैं. जीवात्मा, प्रेत आत्मा और सूक्ष्मात्मा.  

हिंदू धर्म में माना जाता है कि आत्माएं वापस इस दुनिया में आती हैं. उनका स्वागत-सत्कार होता है. इसके लिए पित्र पक्ष श्राद्ध किए जाते हैं.

ज्योतिष के अनुसार आत्माएं अच्छी या बुरी नहीं होती. इनके साथ जुड़े हुए अच्छे या बुरे होते हैं.

शास्त्रों में ये भी कहा गया है कि जब इंसान अलग-अलग इच्छाओं के साथ मरता है तो भूत बनकर भटकना पड़ता है.

ये भी कहा जाता है कि आत्महत्या करने वाले व्यक्ति का शरीर भटकता रहता है. कई लोगों का मानना है कि भूत यूं ही नहीं डराते, इसके पीछे कोई न कोई वजह होती है.