Do You Know: भारतीय संसद भवन के बारे में नहीं जानते होंगे ये बातें

भारतीय संसद भवन, देश की बहुत ही महत्वपूर्ण और गौरवशाली इमारत है. 

पार्लियामेंट बिल्डिंग गोल है जो एक तरह से "निरंतरता" का प्रतिनिधित्व करती है. 

इमारत में लोक सभा और राज्य सभा का आकार घोड़े की नाल जैसा है. 

लोकसभा का कालीन हरे रंग का है जो दर्शाता है कि भारत एक कृषि भूमि है और यहां चुने हुए लोग जमीनी स्तर से आते हैं.

राज्यसभा का कालीन लाल रंग का है जो रॉयल्टी यानी शाहीपन को दर्शाता है और स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदान के बारे में भी बताता है. 

भारतीय संसद में देश का दूसरा सबसे बड़ा पुस्तकालय है. 

संसद की परिधि एक मील का 1/3 यानी 536.33 मीटर है. 

संसद में पहले घंटे (यानी 11 से 12 बजे के बीच) को प्रश्नकाल के रूप में जाना जाता है. इस दौरान सांसद नीतियों, सरकार और अलग-अलग विधेयकों को लेकर सवाल करते हैं. 

दोपहर 12 बजे के आसपास सांसद अध्यक्ष को पूर्व सूचना देकर किसी महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा कर सकते हैं. इसे शून्य काल के नाम से जाना जाता है. 

राष्ट्रपति का कार्यालय संसद के रूम नंबर 13 में है (13 संख्या इस मामले में इतना अशुभ नहीं है)

पार्लियामेंट कैंटीन देश में सबसे सस्ती है. 

संसद में पूछे गए प्रश्नों, संशोधनों, नए विधेयकों आदि के लिए इलेक्ट्रॉनिक रूप से मतदान किया जाता है. यहां एक वोटिंग कंसोल है, जिसमें कलर्ड बटन होते हैं. हां के लिए हरा, ना के लिए लाल और मतदान से दूर रहने के लिए पीला बटन दबाया जाता है.