इंटरमिटेंट फ़ास्टिंग वजन कम करने में मददगार है. लेकिन अगर आर इसे सही से न करें तो आपको सकारात्मक रिजल्ट नहीं मिलेगा.
आज हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी बातों को बारे में जिनका आपको खास ख्याल रखना चाहिए.
इंटरमिटेंट फास्टिंग में पानी पीना न भूलें. खाली पानी पीने की बजाय कभी-कभी पानी में एक चुटकी नमक और नींबू का रस मिलाकर पिएं.
ओवरईटिंग न करें. सीधे चावल या रोटी खाने के बजाय, सब्ज़ियों और पनीर या अंडे या नट्स के साथ दही खाएं. इससे आपका पेट लंबे समय तक भरा रहेगा.
अगर आपको खाने के तुरंत बाद हमेशा भूख लगती है, तो संभावना है कि आपका प्रोटीन सेवन बहुत कम है. अपनी मील्स में अंडे, चिकन, पनीर, दही, टोफू, दाल और नट्स जैसे फूड्स शामिल करें.
तनाव से बचकर रहें. तनाव में ज्यादा भूख लगती है. आप तनाव में हैं, तो थोड़ी देर टहलने के लिए बाहर निकलें या गहरी सांसें लें.
कई लोगों को नींद की कमी होने पर फास्टिंग करना मुश्किल लगता है. पर्याप्त नींद लेने से भूख को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है.
इंटरमिटेंट फ़ास्टिंग का मतलब सिर्फ़ खाना छोड़ना नहीं है; इसका मतलब है खाने और फ़ास्टिंग के बीच एक ऐसी लय बनाना जो लंबे समय तक सेहतमंद रहें.