भारत में कुछ जगहें ऐसी भी हैं जहां लंकापति रावण की पूजा की जाती है. इन्हीं में से एक जगह है कानपुर.
पूजा ही नहीं बल्कि यहां पर रावण का मंदिर भी मौजूद है. हम बात कर रहे हैं कानपुर के शिवाला रोड पर स्थित दशानन मंदिर की.
ये मंदिर सिर्फ दशहरे वाले दिन खोला जाता है. रावण दहन के बाद इसे बंद कर दिया जाता है.
दशहरे के दिन रावण की मूर्ति को फूलों से सजाया जाता है.
यही नहीं इस खास मौके पर मूर्ति की आरती भी की जाती है.
इस मंदिर की स्थापना साल 1890 में गुरु प्रसाद शुक्ल ने की थी.
स्थानीय लोगों का मानना है कि आरती उतारने के बाद उनकी इच्छाएं पूरी होती हैं.
श्रद्धालु यहां तेल के दीये जलाते हैं और मंत्रों का उच्चारण भी करते हैं.
ये मंदिर दशहरे के दिन सुबह खुलने के बाद रात 11 बजे साल भर के लिए बंद हो जाता है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भगवान श्रीराम ने जिस दिन लंका में रावण का वध किया था उसी दिन को दशहरे के रूप में मनाया जाता है.