प्यार में तकरार आम बात है. कभी यह नोंक-झोंक आसानी से टल से जाती है तो कभी पार्टनर थोड़ा ज्यादा नाराज हो जाता है.
ऐसे में सामने वाले को समझदारी के साथ बात को संभालने की जरूरत होती है और गलती होने पर सॉरी भी बोलना पड़ता है.
झगड़े की कोई एक वजह नहीं होती यह किसी भी बात पर हो सकता है. ऐसे में अपने पार्टनर से अपनी तरफ से उस बात को फिर ना छेड़ने की जिम्मेदारी लें और सॉरी कहें. इससे बात भी संभल जाएगी और पार्टनर की नाराजगी भी खत्म हो जाएगी.
जितनी जल्दी और सीधे तौर पर पार्टनर से माफी मांगेगे उतना ही बेहतर होगा. ऐसा करने से दोनों के बीच का विवाद और खराब होने के बजाय सही वक्त पर सुलझ सकेगा.
सिर्फ सॉरी बोलने के बजाय जरूरी है पार्टनर से बात की जाए. ताकि झगड़ा पूरी तरह से खत्म हो सके. इससे सबसे बड़ा फायदा होगा कि आप दोनों को एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे और आगे से ऐसे झगड़े होने के चांसेज कम हो जाएंगे.
जब तक आप सच में सॉरी महसूस ना करें तब तक पार्टनर से ना कहें. अगर आप ऐसा करेंगे तो जल्द ही फिर झगड़ा होने का खतरा बना रहेगा. इसी के साथ ही आपके पार्टनर को ये सॉरी बहुत बचकाना हरकत लगेगी, जिससे आपका इंप्रेशन और खराब होगा.
आपको जब भी लगे कि हर बार झगड़ा और सॉरी बोलने के बावजूद कहीं कुछ ना कुछ गलत हो रहा है तो वक्त निकाल कर बात करें. इससे आप दोनों के बीच छोटी-छोटी बातों पर होने वाले झगड़े खत्म होंगे.
माफी मांगने के दौरान आपको थोड़ा नर्म पेश आने की जरूरत होती है. अगर आप कड़क आवाज में या फिर एटीट्यूट के साथ माफी मांगते हैं तो इससे जाहिर होता है कि आप सिर्फ फॉर्मैलिटीज के लिए माफी मांग रहे हैं.