फीफा वर्ल्ड कप ये तीन महिलाएं बनेंगी रेफरी
38 वर्षीय फ्रांसीसी अधिकारी स्टेफनी फ्रापार्ट विश्वकप के लिए सूचीबद्ध रेफरी में सबसे ज्यादा फेमस हैं.
यह पहली बार नहीं होगा जब स्टेफनी ने फुटबॉल इतिहास में अपना नाम लिखा हो.
स्टेफनी फ्रापार्ट लीग 1 और यूईएफए चैंपियंस लीग खेल में रेफरी बनने वाली पहली महिला भी थीं.
स्टेफनी ने इसी विश्व कप में मेक्सिको और पोलैंड के बीच हुए ग्रुप सी मुकाबले में चौथे अधिकारी के रूप में दायित्व संभाला था.
जापानी रेफरी यामशिता योशिमी 36 साल की हैं.
यामशिता फ्रांस में 2019 महिला विश्वकप में अंपायरिंग करने के बाद लगातार दूसरी विश्वस्तरीय प्रतियोगिता में अपनी भूमिका निभा रहीं हैं.
यामशिता अमेरिका और स्वीडन के बीच खेल में और ओलंपिक खेलों में भी रेफरी के रूप में काम किया था.
कतर में फील्ड में उतरते ही वह इतिहास बनाएंगी. यामशिता एएफसी चैंपियंस लीग में महिला रेफरी बनकर मैदान में आ चुकी हैं.
रवांडा की रेफरी सलीमा मुकानसांगा 2012 से फीफा के लिए काम कर रहीं है.
फीफा 2022 के लिए रेफरी के रूप में चुने जाने के बाद सलीमा ने कहा था कि उनका सपना पेशेवर बॉस्केटबाल खेलने का था.
यह खेल महंगा होने के कारण जब सलीमा ऐसा नहीं कर सकीं तो खुद को रेफरी के लिए तैयार किया.
सलीमा अपनी नई भूमिका में 2019 के महिला विश्वकप, टोक्यो 2020 के ओलंपिक खेलों और अब कतर तक रेफरी के रूप में पहुंच गई हैं.