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उत्तर प्रदेश के बुलन्दशहर जिले से ताल्लुक रखने वाली कृष्णा यादव ने पूरे भारत में महिलाओं के लिए एक मिसाल कायम की है.
एक छोटे से गांव से आने वाली कृष्णा का नाम आज दिल्ली-NCR की महिला उद्यमियों में शामिल होता है. उन्हें नारी शक्ति पुरस्कार भी मिल चुका है.
कृष्णा यादव 'Shri Krishna Pickles' नाम से अपना अचार का बिजनेस चला रही हैं और करोड़ों कमाते हुए सैकड़ों महिलाओं को रोजगार दे रही हैं.
कृष्णा के पति की नौकरी चली गई और बाद में उनकी तबियत खराब रहने लगी तो जिम्मेदारियों का बोझ कृष्णा के कंधों पर आ गया. बेहतर अवसरों की तलाश करने का फैसला किया और एक नई शुरुआत की उम्मीद में अपने पति के साथ दिल्ली आ गईं.
साल 2001 में कृष्णा के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया जब उन्होंने फूड प्रोसेसिंग की ट्रेनिंग की. उन्होंने एक रिश्तेदार से 500 रुपये उधार लिए और दो प्रकार के अचार बनाने निवेश किया.
कृष्णा ने शुरुआत में सड़क पर स्टॉल लगाकर अचार बेचा लेकिन उनके अचार के स्वाद और क्वालिटी के चलते उनके ग्राहक बढ़ने लगे.
जैसे-जैसे ग्राहक बढ़ने लगे तो कृष्णा ने अलग-अलग तरह के अचार बनाना शुरू कर दिया. आज वह 100 से ज्यादा वैरायटी के अचार बनाती हैं.
आज श्रीकृष्णा पिकल्स के बैनर तले कृष्णा यादव 5 करोड़ रुपये से ज्यादा टर्नओवर वाली कंपनियों के मालिक हैं. दिलचस्प बात है कि कृष्णा कभी स्कूल भी नहीं गईं. उन्होंने थोड़ा-बहुत पढ़ना-लिखना अपने बच्चों से सीखा है.
500 रुपये उधार लेने से लेकर करोड़पति बनने तक की उनकी उद्यमशीलता यात्रा ने कई महिलाओं को खुद पर विश्वास करने, कड़ी मेहनत करने और कभी हार न मानने के लिए प्रेरित किया है.