(Photos Credit: Unsplash)
गणपति बप्पा का स्वागत करने का समय है, और सही तरीके से उनकी मूर्ति की स्थापना करना बेहद महत्वपूर्ण होता है.
माना जाता है कि सही विधि और सही भाव से बप्पा की मूर्ति स्थापित करने से घर में सुख, समृद्धि, और शांति का वास होता है.
गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित करने के लिए घर के उत्तर-पूर्व कोना (ईशान कोण) सबसे शुभ माना जाता है.
गणेश चतुर्थी के दिन सूर्योदय से पहले या सूर्योदय के कुछ समय बाद गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित करना सबसे उत्तम माना जाता है.
गणपति की मूर्ति स्थापित करने से पहले उस स्थान को अच्छे से सजाएं. मूर्ति के चारों ओर फूलों की माला, रंगोली और दीपक रखें.
गणपति बप्पा की स्थापना के बाद, उनका ध्यान करते हुए "गणेश मंत्र" का जाप करें. "ॐ गण गणपतये नमः" या "ॐ श्री गणेशाय नमः" जैसे मंत्रों का जाप करते हुए बप्पा की आराधना करें.
बप्पा की पूजा में पूरे परिवार का शामिल होना जरूरी होता है. यह न केवल एक धार्मिक कार्य है, बल्कि पूरे परिवार को एक साथ लाने का मौका भी है.
गणपति बप्पा की मूर्ति की स्थापना के बाद प्रतिदिन सुबह और शाम को आरती करें. इसके साथ ही गणपति के भजन या मंत्रों का उच्चारण करें.
गणपति बप्पा को घर में स्थापित करने के बाद, अनंत चतुर्दशी के दिन उनका विसर्जन किया जाता है. विसर्जन से पहले बप्पा को धूप, दीप, नैवेद्य और फूल अर्पित करें.
विसर्जन के समय उन्हें आदरपूर्वक विदा करें और उनसे प्रार्थना करें कि वे अगले साल फिर से आपके घर आएं और खुशियां लेकर आएं.