धुल जाएंगे सारे पाप, जानें गौरी कुंड की महिमा

आदि कैलाश भगवान शिव के प्रमुख स्थानों में से एक है. यहां, मौजूद पार्वती कुंड की अपनी महिमा है. 

पिथौरागढ़ का पार्वती कुंड का नाम सबसे प्रमुख शक्तिपीठ में आता है,

यह उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित है. ये लगभग 5,338 फीट की ऊंचाई पर स्थित है.

पार्वती कुंड को गौरी कुंड के नाम से भी जाना जाता है. 

प्रचलित मिथकों के अनुसार, गौरीकुंड वह जगह है जहां देवी पार्वती ने तपस्या की थी.

ये तपस्या मां पार्वती ने भगवान शिव को जीतने के लिए की थी.  

माना जाता है कि भगवान शिव ने इसी जगह पर मां पार्वती से शादी करने के लिए स्वीकार किया था. 

गौरीकुंड वह जगह भी है जहां भगवान गणेश को उनका हाथी का सर प्राप्त हुआ था.

पार्वती कुंड आज काफी फेमस जगह है. यहां हर साल कई सौ पर्यटक आते हैं.