माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई मापने वाले जॉर्ज को जानिए

ब्रिटेन में वेल्स के ब्रेकनॉकशायर में सर जॉर्ज एवरेस्ट का जन्म 4 जुलाई 1790 को  हुआ था. एक दिसंबर 1866 को उनका निधन हो गया.

Courtesy: Wikipedia

जॉर्ज एवरेस्ट ने मिलिट्री एजुकेशन हासिल करने के बाद ईस्ट इंडिया कंपनी ज्वॉइन की. जब उनकी उम्र 16 साल थी तो साल 1806 में उनको भारत भेजा गया.

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जॉर्ज एवरेस्ट साल 1830 से 1843 तक भारत के सर्वेयर जनरल रहे. उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान सबसे सटीक सर्वेक्षण इंस्ट्रूमेंट्स दिए.

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जॉर्ज एवरेस्ट ने भारतीय उपमहाद्वीप का त्रिकोणमितीय सर्वेक्षण पूरा किया. उन्होंने हिमालय से केप कोमोरियन तक और भारत के सबसे दक्षिणी बिंदु का सर्वेक्षण किया.

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जॉर्ज एवरेस्ट ने माउंट एवरेस्ट की सटीक ऊंचाई और स्थिति के बारे में दुनिया को जानकारी उपलब्ध कराई थी.

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जॉर्ज एवरेस्ट ने अपने जीवन का लंबा समय रानी मसूरी में गुजारा था. वो साल 1862 में रॉयल ज्योग्राफिकल सोसाइटी के वाइस प्रेसिडेंट रहे.

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साल 1865 में रॉयल ज्योग्राफिकल सोसाइटी ने उनके सम्मान में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी का नाम माउंट एवरेस्ट रख दिया. इससे पहले इसे पीक-15 कहा जाता था.

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सर जॉर्ज एवरेस्ट का घर और प्रयोगशाला मसूरी में पार्क रोड पर है, इसका निर्माण 1832 में किया गया था.

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जॉर्ज ने 20 इंच के थियोडोलाइट यंत्र का निर्माण किया था. जिसकी मदद से कई चोटियों की ऊंचाई मापी गई. 

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