इस बार रिपब्लिक डे पर हमारे मेहमान हैं ये विदेशी राष्ट्राध्यक्ष, जानिए इनके बारे में
By: Shashi Kant
68 साल के अब्देल फतेह अल सीसी मिस्र के राष्ट्रपति हैं और अरब के एक प्रभावशाली नेता हैं.
राष्ट्रपति बनने से पहले अल सीसी मिस्र की सेना के प्रमुख थे. साल 2013 में उन्होंने मोहम्मद मुर्सी को सत्ता से हटा दिया था.
साल 2014 में अब्देल फतेह अल सीसी मिस्र के राष्ट्रपति बने. तब से वो लगातार इस पद पर बने हुए हैं.
साल 1954 में काहिरा के गमलेया इलाके में अल सीसी का जन्म हुआ था. उनका परिवार इस्लाम को मानने वाला धार्मिक परिवार था.
अल सीसी के पिता फर्नीचर का काम करते थे. जिससे उनके परिवार का खर्च चलता था.
अल सीसी बचपन से पढ़ने-लिखने में होशियार थे. बचपन से उनका लगाव सेना से था.
साल 1977 में सीसी ने मिस्र की सैन्य अकादमी से ग्रेजुएशन की पढ़ाई की और पैदल सेना में भर्ती हो गए.
अल सीसी को सऊदी अरब में राजनयिक सैन्य चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया गया.
बाद में अल सीसी को मिस्र की मिलिट्री इंटेलिजेंस का प्रमुख बनाया गया. इस दौरान उनकी पढ़ाई चलती रही.
अल सीसी ने ब्रिटेन के स्टाफ कॉलेज में पढ़ाई की और साल 2005 में पेन्सिलवेनिया के आर्मी कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ली.
साल 2011 में अल सीसी को सशस्त्र बलों की सर्वोच्च परिषद SCAF का सदस्य नियुक्त किया गया.
साल 2011 में जनता राष्ट्रपति होस्नी मुकरक के खिलाड़ सड़क पर उतरी गई और SCAF ने सत्ता अपने हाथ में ले ली.
साल 2012 में मोहम्मद मुर्सी राष्ट्रपति बने तो अल सीसी को सेना प्रमुख और रक्षा मंत्री बनाया गया.
3 जुलाई 2013 को जनरल सीसी ने राष्ट्रपति मुर्सी को पद से हटा दिया और मिस्र में अंतरिम सरकार की स्थापना हुई.
जनवरी 2014 में अल सीसी को मिस्र की सेना का सर्वोच्च पद फील्ड मार्शल बनाया गया.
2 महीने बाद ही सीसी ने पद से इस्तीफा दे दिया और राष्ट्रपति का चुनाव लड़ा. 97 फीसदी मतों से अल सीसी राष्ट्रपति चुने गए.