हम अक्सर भूत, प्रेत, बुरी आत्माओं से जुड़ी कहानियां सुनते हैं.
कुछ लोग भूत-प्रेत और आत्माओं के नाम से भी कांपते हैं.
क्या आपने कभी असल में अपने आसपास किसी भूत-प्रेत या आत्मा को महसूस किया है?
कई लोग तो दावा भी करते हैं कि उन्होंने भूत-प्रेत देखे हैं.
भूत-प्रेत को लेकर शास्त्रों में भी बहुत कुछ कहा गया है.
शास्त्रों के मुताबिक, तीन तरह की आत्माएं होती है. जीवात्मा, प्रेत आत्मा और सूक्ष्मात्मा.
हमारे शरीर वाली आत्मा को जीवात्मा कहते हैं. लेकिन जब वासना या कामनाएं आ जाती हैं तो उसे प्रेतात्मा कहा जाता है.
जब जीवात्मा और प्रेतात्मा शरीर में वास करती हैं तो उसे सूक्ष्मात्मा कहते हैं.
शास्त्रों में ये भी कहा गया है कि जब इंसान अलग-अलग इच्छाओं के साथ मरता है तो भूत बनकर भटकना पड़ता है.
जिन पितरों का श्राद्ध या तर्पण नहीं होता वे भी आत्मा बन जाते हैं. ये आत्माएं लोगों को फिर परेशान करती हैं.