(Photo Credit: Pixabay, Pexels and Unsplash)
हरतालिका तीज व्रत लड़कियां और सुहागिन महिलाएं करती हैं. ये व्रत मनचाही इच्छा को पूर्ण करने वाला माना गया है. हरतालिका तीज 6 सिंतबर 2024 को मनाई जाएगी.
6 सितंबर 2024 को हरतालिका तीज के दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 6:02 बसे से लेकर सुबह 8:33 बजे तक है.
हरतालिका तीज के दौरान पूजा की शुरुआत करने से पहले सुहागिन महिलाएं 16 शृंगार करती हैं. ऐसी मान्यता है कि हरतालिका तीज का व्रत 16 शृंगार के बिना अधूरा है.
महिलाओं के शृंगार को सुहाग की निशानी भी माना जाता है और पति की लंबी आयु के लिए सुहागिन महिलाएं 16 शृंगार करती हैं. इसका वर्णन धार्मिक ग्रंथो में भी देखने को मिलता है.
पौराणिक कथा के अनुसार माता पार्वती ने 16 शृंगार कर हरतालिका तीज व्रत की शुरुआत की थी. इसके कारण उनका दांपत्य जीवन सदैव खुशियों से भरा रहता है.
16 शृंगार में इत्र, पायल, बिछिया, अंगूठी, गजरा, कान की बाली या झुमके, शादी का जोड़ा, मेहंदी, मांगटीका, काजल, मंगलसूत्र, चूड़ियां, बाजूबंद, कमरबंद, सिंदूर और बिंदी शामिल है.
हरतालिका तीज व्रत निराहार और निर्जला किया जाता है. मान्यता है कि इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए किया था.
हरतालिका तीज का व्रत करने से सुहागिन महिला के पति की उम्र लंबी होती है जबकि कुंवारी लड़कियों को मनचाहा वर मिलता है.
हरतालिका तीज के दिन माता पार्वती, शिवजी और गणेशजी की पूरे विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए. इस दिन हरतालिका तीज व्रत कथा को सूनना चाहिए.