हम से कई सारे लोग ऐसे हैं जो लकी नंबर पर विश्वास करते हैं.
ये मान्यता ही हमारी संस्कृति और परंपराओं में हमारे विश्वास को मजबूत करती है.
बहुत कम लोग जानते हैं कि देश में कुछ ऐसे मंदिर हैं जो पुरुषों को अपने परिसर में जाने की अनुमति नहीं देते हैं.
हालांकि इनकी संख्या काफी कम है.
केरल का अटुकल भगवती मंदिर में केवल महिला भक्त अनुष्ठान की कार्यवाही देखने और उत्सव में भाग लेने के लिए इकट्ठा होती हैं.
राजस्थान में भगवान ब्रह्मा मंदिर में अनुष्ठानों के सभी पहलुओं को देखने का हक केवल महिलाओं को है. कहा जाता है कि सरस्वती देवी के एक श्राप के कारण पुरुषों को यहां जाने की अनुमति नहीं है.
मुजफ्फरनगर में माता मंदिर मासिक धर्म के लिए जाना जाता है जिसके दौरान पुरुष पुजारियों को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं होती है.
दक्षिण भारतीय मंदिर देवी कन्याकुमारी में पुरुष इसके चतुर्भुज में प्रवेश नहीं कर सकते हैं. केवल ब्रह्मचारी पुरुष ही गेट से आगे बढ़ सकते हैं.
असम के कामाख्या मंदिर में साल के कुछ निश्चित समय के दौरान, पुरुषों का प्रवेश वर्जित होता है.