रंगों का त्योहार होली पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है.
लोग कई दिन पहले से ही इसकी तैयारियों में जुट जाते हैं.
इस मौके पर अगर आप वास्तु से जुड़े कुछ उपायों को अपनाते हैं तो जीवन में चमत्कारी बदलाव देखने को मिलेंगे और जिंदगी से सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी
वास्तु शास्त्र में घर की सुख-समृद्धि, बरकत, जीवन में तरक्की और सकारात्मकता के लिए कई उपायों के बारे में भी बताया गया है.
होली के दिन अलग से कुछ रंग या गुलाल लें और उसमें चांदी का एक सिक्का रखें. इससे घर में धन की चमत्कारी वृद्धि होगी.
होली के दिन फटे-पुराने कपड़े पहनकर होली बिल्कुल न खेलें. वास्तु में इसे दुर्भाग्य का प्रतीक माना गया है. इससे जीवन में आती हुई तरक्की भी रुक जाती है.
होलिका दहन में ताजी और कच्ची गेहूं की बाली ही अर्पित करें. इस दिन होलिका की 7 परिक्रमा करें और इसकी अग्नि को लाकर घर के ईशान कोण में रखें.
होलिका दहन से पहले घर से टूटे फर्नीचर, टूटे-फूटे बर्तन, बंद पड़ी या टूटी घड़ी यानी की सभी कबाड़ के सामान को फेंक दें. यह घर में नकारात्मकता को बढ़ावा देता है.
भूलकर भी पिछले साल के बचे हुए रंगों से होली न खेलें. यह वास्तु के अनुसार गलत तो है ही साथ ही यह त्वचा को भी नुकसान पहुंचा सकता है.