धरती पर चलने वाले वाहनों में अगर आप अचानक से ब्रेक दबाते हैं और आप सुरक्षित अपनी गाड़ी को रोक पाते हैं.
लेकिन क्या कभी सोचा है कि प्लेन को कैसे रोका जाता है? इसका ब्रेकिंग सिस्टम कैसा होता है? आइए जानते हैं.
भारी भरकम प्लेन जब कोई लैंडिंग के दौरान रनवे पर उतरता है, तो उसकी औसत रफ्तार 250 से 300 किमी/घंटा के आसपास होती है. ऐसे में उसे ब्रेक लगाकर नहीं रोका जा सकता.
क्योंकि भारी भरकम वजनी प्लेन को इतनी तेज रफ्तार पर ब्रेक लगाकर रोका जाएगा, तो फ्रिक्शन की वजह से प्लेन के टायर्स में आग लग सकती है.
जिसके कारण बड़ा हादसा हो सकता है. इसलिए प्लेन ब्रेक लगाकर नहीं रोका जाता है. हालांकि, प्लेन का ब्रेकिंग सिस्टम उसके प्रकार पर भी निर्भर करता है.
दरअसल, प्लेन की रफ्तार को कम करने का तरीका अलग होता है. लैंडिंग के बाद प्लेन को रोकने के लिए कई तरह के एयर ब्रेक्स का इस्तेमाल किया जाता है.
प्लेन को उसके विंग्स और थ्रस्टर (इंजन) की मदद से रोका जाता है. प्लेन के विंग्स में आमतौर पर सीधे दिखते हैं.
लेकिन इनमें अलग-अलग स्तर के फ्लैप और स्पॉयलर होते हैं. जो हवाई जहाज को उड़ने में और ऊपर नीचे जाने में मदद करते हैं.
हवाई जहाज के रनवे पर उतरते ही इसके विंग में लगे फ्लैप्स और स्पॉयलर पूरे खोल दिए जाते हैं. जिससे ये हवा के रास्ते में अवरोध उत्पन्न करके हवाई जहाज की स्पीड को कम करना शुरू कर देते हैं.
फ्लैप विंग्स के नीचे से गुजरने वाली हवा के रास्ते में अवरोध उत्पन्न करते हैं और स्पॉयलर विंग्स के ऊपर की हवा में.
उसके बाद जहाज के इंजन को रिवर्स कर दिया जाता है. इंजन पहले जैसा ही घूमता रहता है, लेकिन उसके बाहर थ्रस्ट गेट खुल जाते हैं.
जिसके बाद इंजन हवा को पीछे फेंकने की बजाय वापस आगे फेंकने लगता है और प्लेन की रफ्तार कम हो जाती है.