वर्तमान में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1974 के छात्र आंदोलन के जरिए राजनीति में कदम रखा था, 1985 में पहली बार विधायक बने.
लालू प्रसाद यादव 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बने, लेकिन 1994 में नीतीश ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
नीतीश और लालू एक साथ जनता दल में थे, लेकिन राजनीतिक महत्वकांक्षा में दोनों के रिश्ते एक दूसरे से अलग हो गए.
साल 1994 में नीतीश ने जनता दल छोड़कर जार्ज फर्नांडीस के साथ मिलकर समता पार्टी का गठन किया.
इसके बाद साल 1995 में वामदलों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़े, लेकिन नतीजे पक्ष में नहीं आए. नीतीश ने लेफ्ट से गठबंधन तोड़ लिया और 1996 में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा बन गए.
इसके बाद नीतीश कुमार बिहार में बीजेपी के साथ 2013 तक साथ मिलकर चुनाव लड़ते रहे और बिहार में सरकार बनाते रहे.
2014 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित होने पर नीतीश ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया और 2014 का लोकसभा चुनाव अकेले लड़ा.
2014 के चुनाव में बेहतर नतीजे जेडीयू के पक्ष में नहीं आए, जिसके बाद आरजेडी और कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया.
2015 विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार की जेडीयू ने आरजेडी, कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और साथ मिलकर सरकार बनाया.
बिहार में आरजेडी के साथ दो साल तक सरकार चलाने के बाद 2017 में नीतीश ने महागठबंधन से नाता तोड़ लिया. इसके बाद बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली.
नीतीश कुमार और बीजेपी ने 2017 से लेकर 2022 तक सरकार चलाया. इस दौरान चुनाव भी नीतीश ने बीजेपी के साथ लड़ा.
बिहार में दो साल सरकार चलाने के बाद नीतीश कुमार ने 2022 में पलटी मारी और आरजेडी व कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली.