हिंदू धर्म श्रीराम की व्यापक तौर पर आराधना करते हैं. श्रीराम भगवान (विष्णु) का मनुष्यावतार थे, जो त्रेतायुग में पृथ्वी पर अवतरित हुए.
वाल्मीकि द्वारा लिखी गई रामायण में श्रीराम के शासन काल का उल्लेख मिलता है.
वाल्मीकि रामायण के अनुसार राम राज्य 11000 वर्षों तक चला.
वाल्मीकि रामायण में बताया गया है कि भगवान राम की आयु 10,000 वर्ष थी. यह किस आधार पर बताई गई है, यह शोध का विषय हो सकता है.
इतने वर्षों में उन्होंने असंख्य दुष्टों का संहार किया. अधर्मियों को दंडित कर धर्म की स्थापना की.
पौराणिक कथाओं के अनुसार राम राज्य एक ऐसा काल था जहां पूर्ण रूप से लोग निस्वार्थ भाव से प्रेम पूर्वक मिलजुल कर रहते थे.
नियमों का पालन किया जाता है. ईर्ष्या की भावना से दूर-दूर तक नाता नहीं था.
माना जाता है कि ऐसा काल दोबारा आना संभव नहीं है. वह केवल भगवान राम के राज में ही हो सकता था.