इफ्तार पर कितना खर्च करती है सऊदी सरकार?

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रमज़ान का महीना ऐसे तो दुनियाभर में मनाया जाता है, लेकिन सऊदी अरब में यह खास होता है. 

दूर-दराज़ के मुसलमान रमज़ान के महीने में सऊदी अरब जाना चाहते हैं. 

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2024 में रमज़ान के शुरुआती 20 दिनों में करीब दो करोड़ लोग मदीना गए थे. 

मदीना में रमज़ान ख़ास इसलिए भी होता है क्योंकि सऊदी प्रशासन पूरे महीने यहां की सबसे बड़ी मस्जिद, मस्जिद-ए-नबवी में इफ्तार आयोजित करता है. 

मस्जिदे नबवी में आने वाले लाखों लोग सूरज ढलने पर यहां इफ्तार में हिस्सा ले सकते हैं. 

उनके इफ्तार में जूस, फल और खजूर जैसी चीजें शामिल होती हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि सऊदी प्रशासन रमज़ान में इफ्तार पर कितना खर्च करता है? 

पड़ताल करने पर मालूम होता है कि सऊदी प्रशासन इफ्तार का खर्च तो गुप्त ही रखता है, लेकिन कुछ आंकड़े सामने आते हैं. 

रमज़ान में हर रोज़ मस्जिद-ए-नबवी में 2,27,000 लोग इफ्तार करते हैं. इसके अलावा प्रशासन मदीना के आसपास 82 जगहों पर इफ्तार का इंतज़ाम करता है.

बात अगर मक्का की करें तो कुछ आंकड़ों के अनुसार यहां भी हर रोज़ करीब ढाई लाख इफ्तार के पैकेट बांटे जाते हैं.

इसके अलावा, रमज़ान से ठीक पहले सऊदी के लोगों का खर्च 35 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. 

इसका कारण होता है कि वे सहरी और इफ्तारी पर खूब खर्च करते हैं.