नकली और जहरीली शराब से मौत की खबरें आम हो गई है. ऐसे में खरीदने से पहले असली और नकली शराब की पहचान करना बेहद जरूरी हो जाता है.
जो लोग नकली शराब बनाते हैं वो इस तरह से बनाते हैं कि असली और नकली की पहचान करना मुश्किल हो जाता है. शराब का रंग, स्वाद और गंध सब असली लगता है. लेकिन अगर थोड़ी सी सावधानी बरती जाए तो पहचान करना आसान हो जाएगा.
इसलिए हम आपको कुछ तरीके बताने जा रहे हैं जिसको ध्यान में रखकर आप असली और नकली में अंतर कर पाएंगे.
आप जब भी शराब खरीदें तो लाइसेंसी दुकान दुकान से ही खरीदें. कहीं और से खरीदी गई शराब नकली हो सकती है.
नकली शराब की बोतल पर अगर आप ध्यान से देखेंगे तो लोगो में कुछ बदलाव नजर आएगा. वहीं जो असली है उसपर लोगो सही होता है.
शराब के नाम में गलतियां होती है. उसकी पैकेजिंग भी अच्छी नहीं होती. साथ ही नकली शराब की बोतलों की सील कई बार टूटी होती है.
शराब की बोतलों पर अंकित बारकोड को स्कैन करके भी असली और नकली के बारे में पता लगाया जा सकता है.
असली शराब बनाने में जहां एथेनॉल तो वहीं नकली शराब को बनाने के लिए यूरिया और केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है.
अगर शराब पीने के बाद उल्टी, बेहोशी, कमजोरी महसूस हो तो समझिए नकली शराब का सेवन आपने किया है. ऐसे में डॉक्टर से जरूर मिलें.