इस तरह करें असली और नकली घी में अंतर

हजारों वर्षों से भारतीय रसोई में भोजन बनाने और आयुर्वेद में उपचार के लिए घी का इस्तेमाल किया जा रहा है. हर उम्र के लोगों के लिए घी दवा की तरह काम करती है.

महंगा होने के कारण कई लोग इसे खरीद नहीं पाते. इसी चीज का फायदा लोग बाजार में मिलावटी घी बेचकर उठाते हैं.

ऐसे में नकली घी को पहचानने के लिए हम यहां आपके साथ बहुत सरल उपाय बताएंगे.

घी में मिलावट करने के लिए सस्ते और खराब क्वालिटी के तेल जैसे वेजिटेबल तेल, पिघला हुआ बटर, डालडा और हाइड्रोजेनेटेड तेल का इस्तेमाल किया जाता है.

 इसके अलावा इसमें आलू और शकरकंद को मसल कर भी मिलाया जाता है.

घी असली है या नकली इसे पहचानने के लिए एक चम्मच घी को हथेलियों पर लेकर अच्छी तरह मलें, फिर इसे सूंघें. 

अगर घी में गंध नहीं है तो वह मिलावटी है क्योंकि शुद्ध घी में एक अलग तरह की तेज सुगंध होती है.

इसके लिए एक बर्तन में दो चम्मच घी डालें. इस बर्तन में 1/2 चम्मच नमक के साथ एक दो बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड मिलाकर एक मिश्रण तैयार कर लें.

नमक से

अब लगभग 20 मिनट के लिए छोड़ने के बाद घी का रंग चेक करें. अगर घी लाल या कोई और रंग का दिखाई दे रहा है तो वह मिलावटी है.

एक गिलास पानी लें और इसमें एक चम्मच घी डाल कर दें. अगर घी पानी में ऊपर की ओर तैरने लगता है तो ये घी असली है. नकली घी पानी में तैरने की बजाय बर्तन में नीचे की ओर डूब जाता है.

पानी से