हमेशा ईशान कोण का ध्यान कर ही पूजा की जानी चाहिए
कभी आरती बैठ कर नहीं करना चाहिए
आरती पूजा से पहले आसन पर बैठ कर ही पूजा की तैयारी करना चाहिए
पूजा प्रारम्भ करने से पहले प्रथम पूजे जाने वाले गणेश जी की आरधना करनी चाहिए
गणेश जी को जल छिड़कर फिर उन्हें कंकू लगा कर ही अपने ईष्ट देव की पूजा प्रारम्भ करना चाहिए
पूजा के लिए अपना समय निश्चित जरुर करें
स्नान करने के बाद ही पूजा करें वरना इस पूजा का कोई फल प्राप्त नहीं होता है
पूजा करने के लिए सुबह 6:00 बजे से लेकर 8:00 बजे तक का समय सबसे उचित माना गया है
कुमकुम, हल्दी पाउडर, अगरबत्ती, कपूर, घंटी, शंख, जल का लोटा, पूजा की पुस्तक आदि सामग्री जरुर रख लें