किराना का सामान खरीदने में महीने की कमाई का एक बड़ा हिस्सा खर्च हो जाता है. चलिए कुछ उपाय बताते हैं, जिससे इसमें बचत की जा सकती है.
सामान की खरीदारी से पहले हफ्ते भर का बजट बनाकर चलना चाहिए. बजट बनाकर खरीदारी से फिजूल खर्ची नहीं होती है.
बचत के लिए जरूरी है कि एक हफ्ते का मील प्लान करके चलें. इससे ये पता चलता है कि आपको क्या खरीदना है और क्या नहीं. इससे फालतू का खर्च नहीं होगा.
कई बार ऐसा होता है कि छूट के चक्कर में हम अपना बजट भूल जाते हैं और ज्यादा खरीदारी कर लेते हैं. इसलिए उन सामानों को ना खरीदें, जिनकी जरूरत ना हो.
कई ऑनलाइन पोर्टल हैं, जहां डिस्काउंट मिलता रहता है. ग्रोसरी खरीदते समय इन पोर्टल का इस्तेमाल करें.
किराना का सामान खरीदते समय ये कोशिश करनी चाहिए कि अगर कोई सामान बहुत ज्यादा महंगा है तो उसका विकल्प खोजना चाहिए और उसे खरीदना चाहिए.
खरीदारी में बचत के लिए 60/30/10 नियम को फॉलो कर सकते हैं. इसमें 60 फीसदी बजट फल-सब्जियों, 30 फीसदी मांस-मछली-अंडे और 10 फीसदी बजट स्नैक्स, चॉकलेट जैसी चीजों पर खर्च करें.
खरीदारी करते समय ये ध्यान देना जरूरी है कि कभी भी थोक के भाव में जल्द खराब होने वाली चीजों को नहीं खरीदना चाहिए. इससे नुकसान होता है.
अगर आप दुकानों से ग्रोसरी की खरीदारी कर रहे हैं तो सामान का लेबल पढ़ने की आदत डालें. इससे सामान की सही कीमत की जानकारी होती है और किसी भी तरह के फ्रॉड से बच सकते हैं.