सूर्य को समझने के लिए इसरो 2 सितंबर को सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर आदित्य एल 1 मिशन लॉन्च करने जा रहा है.
Courtesy: Twitter
आदित्य एल 1 मिशन के 7 पेलोड सूर्य की गतिविधियों पर नजर रखेंगे. चलिए आपको बताते हैं कि किस पेलोड का क्या काम होगा.
Courtesy: Twitter
विजिबल लाइन एमिसन कोरोनाग्राफ यानी VELC को सूरज की एचडी तस्वीर लेने के लिए तैयार किया गया है. पेलोड में लगा हाई रेजोल्यूशन तस्वीरें लेने में सक्षम है.
Courtesy: Twitter
प्लाज्मा एनालाइजर पैकेज फॉर आदित्य यानी PAPA सूर्य की गर्म हवाओं में मौजूद इलेक्ट्रांस और भारी आयन की दिशाओं पर रिसर्च करेगा.
Courtesy: Twitter
सोलर अल्ट्रावायलेट इमेजिंग टेलीस्कोप यानी SUIT एक अल्ट्रावायलेट टेलीस्कोप है. ये पेलोड सूरज की अल्ट्रावायलेट तस्वीरों को कैद करेगा.
Courtesy: Twitter
सोलर लो एनर्जी एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर यानी SOLEXS सूर्य से निकलने वाले एक्स-रे और उसमें आने वाले बदलावों पर रिसर्च करेगा.
Courtesy: Twitter
SOLEXS पेलोड सूर्य से निकलने वाली सौर लहरों पर नजर रखेगा और उससे जुड़ी जरूरी जानकारी जुटाएगा.
Courtesy: Twitter
HEL10S एक हार्ड-एक्सरे स्पेक्ट्रोमीटर है. इसे ऐसे डिजाइन किया गया है कि वो सौर लहरों से निकलने वाली हाई-एनर्जी एक्स-रे का अध्ययन करेगा.
Courtesy: Twitter
ASPEX मे दो पेलोड एकसाथ काम करेंगे. पहला आदित्य सोलर विंड पार्टिकल एक्सपेरिमेंट जो कम ऊर्जा वाला स्पेक्ट्रोमीटर है. ये सूरज की हवाओं में आने वाले प्रोटॉन्स और अल्फा पार्टिकल्स का अध्ययन करेगा.
Courtesy: Twitter
एडवांस्ड ट्राई एक्सियल हाई रेजोल्यूशन डिजिटल मैग्नोमीटर्स पेलोड सूर्य के चारों तरफ मैग्नेटिक फील्ड का अध्ययन करेगा.
Courtesy: Twitter