पप्पू- क्या तुमको पता है कि मंदिर में पुरुष ही पुजारी क्यों होते है चप्पू- नहीं यार तुम ही बता दो गप्पू- मुझे पता है मैं बताता हूं गप्पू- ताकि, लोग सिर्फ भगवान पर ध्यान दे सकें.
टीचर- लड़कियां अगर पराया धन होती है तो लड़के क्या होते है? गप्पू- सर चोर होते है! टीचर – वो कैसे? गप्पू- क्योकि चोरों की नजर हमेशा पराये धन पर होती है.
हसबैंड – डार्लिंग तुम खुबसूरत होती जा रही हो, पत्नी किचन से- तुमने कैसे जाना ? हसबैंड- तुम्हें देखकर तो अब रोटियां भी जलने लगी हैं.
हसबैंड- आज ऐसी चाय बनाओ कि पीते ही तन बदन झूमने लगे और मन नाचने लगे. पत्नी- हमारे यहां भैंस का दूध आता है नागिन का नहीं.
टीचर- Date और तारीख में क्या अंतर है? सारी Class चुप गप्पू- सर, Date में Girlfriend के साथ जाते है और तारीख में वकील के साथ.
टीचर- इतने दिन कहां थे, स्कूल क्यों नहीं आए? गोलू- बर्ड फ्लू हो गया था मैम. टीचर- पर ये तो पक्षियों को होता है इंसानों को नहीं. गोलू- इंसान समझा ही कहां आपने... रोज तो मुर्गा बना देती हो.
Offline रहता हूं तो सिर्फ दाल, रोटी, नौकरी एवं परिवार की ही चिंता रहती है Online होते ही धर्म, समाज, राजनीति, देश, विश्व और पूरे ब्रह्माण्ड की चिंताए होने लगती है.
बीवी (मायके से) - अपना ध्यान रखना, सुना है बहुत डेंगू फ़ैल रहा है. पति : मेरा सारा खून तो तुम पी गयी थी, मच्छर क्या "रक्तदान" करने आएगा.
ये वो दौर है जनाब जहां इंसान गिर जाये तो हँसी निकल जाती है और मोबाईल गिर जाये तो जान निकल जाती है.