पति-पत्नी की शायरी पढ़कर हो जाएंगे लोट-पोट

उससे लस्सी मांगो तो वो कोक देती है, वो मेरी पत्नी है यारों पब जाने के नाम पर ही रोक देती है.

हे भगवान किस-किस को जिम्मेदार मानूं मैं अपनी बर्बादी का बहुत लोग आए थे उस दिन शादी में दुआएं देने.

अच्छा पति किसी को नहीं है मिलता, पत्नी ही है जो उसे ठोक-ठाक के ठीक करती है.

सोने वाले सो गए पर देर रात मेरा जी घबराए, पहुंच गया मोबाइल पत्नी के हाथ और मेरा जी मचलाए.

जब से मेरी जिंदगी में आए हो मेरे जीने का तरीका बदल गया है, पहले एक आदमी के बर्तन के कपड़े धोता था अब दो-दो के धोता हूं.

पत्नी ने पति से अर्ज किया… दाग तो चले जाएंगे कमीज से, दाग तो चले जाएंगे कमीज से, कभी कपड़े तो धोओ तमीज से.

ये तो शादीशुदा लोग ही जानते हैं कि पति-पत्नी का रिश्ता अनोखा होता है, कहीं अथाह प्यार की आड़ में होने वाला कोई बड़ा धोखा होता है. 

पति से गुस्सा एक पत्नी के दिल से निकली फरियाद, बोली कि काश! तुम अदरक होते में जी भर कर तुम्हें कूटती.

तबीयत खराब थी न कोई दवा काम आई न कोई ताबीज काम आया, फोन कर लड़ी, जो मैं पति से फिर जाकर थोड़ा आराम आया.