इस महिला IAS के सस्पेंशन का पूरे देश में हुआ था विरोध

दुर्गा शक्ति नागपाल (जन्म 25 जून 1985) उत्तर प्रदेश कैडर और 2010 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं. 

IAS दुर्गा फिलहाल बांदा जिले की डीएम हैं और लोग उन्हें उनकी ईमानदारी और साहस के लिए जानते हैं. 

वह इंदिरा गांधी दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय से कंप्यूटर इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट हैं. 

पढ़ाई के बाद दुर्गा नागपाल ने 2008 में सिविल सेवा परीक्षा निकाली थी. उनका चयन भारतीय राजस्‍व सेवा के लिए हुआ था. इसके बाद वह दोबारा सिविल सेवा परीक्षा में बैठीं और 20वीं रैंक हासिल की. 

वह गौतमबुद्ध नगर में संयुक्त मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त थीं जब उन्होंने अपने अधिकार क्षेत्र में भ्रष्टाचार और अवैध रेत खनन के खिलाफ एक बड़ा अभियान शुरू किया. 

IAS दुर्गा ने इस अभियान के तहत बहुत से अवैध ट्रकों को रोका और 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया.

इस अभियान के कारण उनके पिता को धमकी भी दी गई लेकिन दुर्गा पीछे नहीं हटीं. 

जुलाई 2013 में, उन्हें उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सरकार ने सस्पेंड कर दिया, लेकिन इस फैसले का विरोध पूरे देश में हुआ.

बहुत से लोगों ने सड़कों पर उतरकर सरकार का विरोध किया तो कई सोशल मीडिया अभियान भी चलाए गए ताकि उनका सस्पेंशन हटा दिया जाए. 

सितंबर 2013 को निलंबन रद्द कर दिया और उन्हें कानपुर देहात ट्रांसफर कर दिया गया. इसके बाद से वह लगातार ईमानदारी से अपना काम कर रही हैं.