ये फूल हमारी परंपरा में क्यों अहम हैं?

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फूल खूबसूरत और सुंगधित होते हैं. इसके साथ ही फूलों का पारंपरिक, सांस्कृति और धार्मिक महत्व भी होता है. हर फूल का खास मतलब होता है, जो हमारे जीवन से जुड़ा है. चलिए इन फूलों के महत्व के बारे में बताते हैं.

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कमल भारत का राष्ट्रीय पुष्प है. इसे पवित्रता, ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. यह देवी लक्ष्मी और भगवान ब्रह्मा के साथ जुड़ा है.

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गेंदे का फूल त्योहारों और विशेष अवसरों पर इस्तेमाल होता है. इसे नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा में बदलने वाला फूल माना जाता है.

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चमेली का फूल सुगंधित और सुंदर होता है. इसका इस्तेमाल धार्मिक और विशेष मौकों पर किया जाता है. यह प्रेम और शांति का प्रतीक है. इसका इस्तेमाल दवाइयों में होता है.

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रजनीगंधा का फूल खुशबूदार और मनमोहक होता है. इसके तेल का इस्तेमाल खांसी और जमाव जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में किया जाता है. इसका सुगंध प्रेम और खुशी का प्रतीक है.

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गुलाब का सुगंध अद्भुत होता है. यह फूल प्रेम, सुंदरता और सम्मान का प्रतीक माना जाता है. इसका इस्तेमाल आयुर्वेद में बीमारियों के इलाज में किया जाता है.

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हिंदू धर्म के मुताबिक कनेर का फूल भगवान शिव और विष्णु को अति प्रिय है. यह सुख-समृद्धि का प्रतीक है. यह फूल हर मौसम में खिलता है.

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अशोक के फूलों का इस्तेमाल स्किन और बालों के लिए किया जाता है. इन फूलों में फ्लेवोनॉयड्स होते हैं, जो स्किन को चमकदार बनाते हैं. यह फूल भारतीय परंपरा में सुख, शांति और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. 

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गुड़हल का फूल भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा में इस्तेमाल होता है. इस फूल को दवाइयों के तौर पर भी प्रयोग किया जाता है. यह वजन घटाने, बुखार को दूर भगाने, एनीमिया जैसे समस्यों को दूर करने में मदद करता है.

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