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दिवाली के एक दिन पहले रूप चौदस का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन को नरक चतुर्दशी, नरक चौदस या छोटी दिवाली के नाम से भी जाना जाता है.
इस दिन कुछ खास उपाय करने से सौंदर्य और सौभाग्य में वृद्धि होती है. माना जाता है कि इस दिन देवी लक्ष्मी दिवाली के दिन साफ-सुथरे घरों में प्रवेश करती हैं और समृद्धि लाती हैं.
इसके अलावा मां लक्ष्मी को धन कि देवी के अलावा तन-मन की स्वच्छता और स्वस्थता भी धन का ही कारक कहा जाता है.
वहीं कहा जाता है कि रूप चौदस के दिन कुछ उपायों को करने से कई तरह की रोगों और परेशानियों से निजात भी मिलता है. तो चलिए जानते हैं इन उपायों के बारे में.
बता दें इस दिन अभ्यंग और स्नान का बेहद महत्व है. इस दिन सूर्योदय से पहले उठ कर हल्दी, चंदन, बेसन, शहद, केसर और दूध का उबटन किया जाता है. और फिर स्नान करके पूजा कि जाती है.
इसके साथ ही इस दिन घर कि तिजोरी में लाल चंदन, गुलाब के फूल और रोली को लाल कपड़े में बांधकर रखा जाता है.
कहा जाता है कि ऐसा करने से घर में कभी धन कि कमी नहीं होती और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है.
वहीं लंबी उम्र के लिए नरक चतुर्दशी के दिन घर के बाहर यम का दीपक जलाने की परंपरा है.
इस दिन लोग मृत्यु के देवता यमराज की पूजा करते हैं और घर के कोनों में दीपक जलाकर अकाल मृत्यु से मुक्ति की कामना करते हैं.