कंप्यूटर साइंस के जनक एलन ट्यूरिंग

वैज्ञानिक एलन ट्यूरिंग को कंप्यूटर साइंस और AI का जनक माना जाता है. वो एक तर्कशास्त्री, दार्शनिक और गणितज्ञ भी थे.

Courtesy: Wikipedia

साल 1912 में 23 जून को इंग्लैंड के लंदन में एलन ट्यूरिंग का जन्म हुआ था.

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दूसरे विश्वयुद्ध में जर्मन एनिग्मा कोड को क्रैक करने में अहम भूमिका निभाई थी. जिसकी बदौलत दूसरा विश्वयुद्ध खत्म हुआ था.

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जब ट्यूरिंग 24 साल के थे तो साल 1936 में उन्होंने एक पेपर 'ऑन कंप्यूटेबल नंबर्स' लिखा था. यह पेपर कंप्यूटर के बारे में था.

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ट्यूरिंग का भारत कनेक्शन भी था. उनके पिता जूलियस ट्यूरिंग मद्रास प्रेसीडेंसी में आईसीएस अधिकारी थे. वो तमिल और तेलुगु बोलते थे.

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एलन ट्यूरिंग के नाना मद्रास रेलवे में चीफ इंजीनियर थे, जिनको तुंगभद्रा ब्रिज के निर्माण का श्रेय जाता है. 

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साल 1700 के बाद ट्यूरिंग परिवार के कई सदस्य भारत में रहे थे और यहां काम किया.

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एलन ट्यूरिंग समलैंगिक थे. इसलिए साल 1952 में ब्रिटेन में उनको नपुंसक बनाने की सजा सुनाई गई थी.

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7 जून 1954 को 41 साल की उम्र में एलन ट्यूरिंग ने सायनाइड की गोली खाकर खुदकुशी कर ली थी. 

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