समुद्र में दुश्मन के टुकड़े-टुकड़े कर देगा INS वागीर
भारतीय नौसेना की ताकत बढ़ने वाली है. भारतीय नौसेना 23 जनवरी 2023 को कलवारी श्रेणी की पांचवीं पनडुब्बी वागीर के परिचालन की शुरुआत (कमीशन) करेगी.
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यह पांचवीं डीजल इलेक्ट्रिक स्कॉर्पीन पनडुब्बी है. कलवारी श्रेणी की चार पनडुब्बियों को पहले ही भारतीय नौसेना में शामिल किया जा चुका है.
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इस साल के अंत तक ऐसी छठी और अंतिम पनडुब्बी नौसेना को मिल जाएगी.
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भारत ने स्कॉर्पीन श्रेणी की 6 पनडुब्बियों के लिए 2005 में फ्रांसीसी कंपनियों के साथ 23,000 करोड़ रुपये से अधिक की प्रोजेक्ट-75 परियोजना के लिए डील साइन की थी.
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नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार 23 जनवरी को मुंबई में नौसेना डॉकयार्ड में आईएनएस वागीर की कमीशनिंग समारोह के मुख्य अतिथि होंगे.
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अधिकारियों ने बताया कि भारत में इन पनडुब्बियों का निर्माण मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) मुंबई द्वारा मैसर्स नेवल ग्रुप, फ्रांस के सहयोग से किया जा रहा है.
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अपने नए अवतार में 12 नवंबर 2020 को लॉन्च की गई 'वागीर' पनडुब्बी को अब तक की सभी स्वदेशी निर्मित पनडुब्बियों में सबसे कम निर्माण समय में पूरा होने का गौरव प्राप्त है.
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पुरानी वागीर को 01 नवंबर 1973 को ‘कमीशन’किया गया था.
आईएनएस वागीर एंटी-सरफेस वारफेयर, एंटी-सबमरीन वारफेयर, खुफिया जानकारी एकत्र करने, माइंस बिछाने और निगरानी मिशन सहित विभिन्न मिशनों को अंजाम देने में सक्षम है.