ताजमहल के बारे में ये बातें नहीं जानते होंगे आप

पूरी दुनिया में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर ताजमहल को अगर आप एक बार देखेंगे तो बार-बार देखने का मन करेगा.

-------------------------------------

-------------------------------------

बेपनाह मोहब्बत की निशानी ताजमहल को देखने के लिए पूरी दुनिया से लोग खींचे चले आते हैं.  1983 में इसे विश्व विरासत में शामिल किया गया था.

-------------------------------------

इसका निर्माण मुगलवंश के पांचवें बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज की याद में करवाया था. 

-------------------------------------

साल 1631 में 14वें बच्चे को जन्म देते हुए मुमताज की मौत हो गई थी. कहा जाता है कि पत्नि की मौत के बाद शाहजहां टूट गए थे.

इसके बाद उन्होंने मुमताज का मकबरा बनाने का सोचा और दुनिया की सबसे नायाब इमारत बनवाने की कमस खाई.

-------------------------------------

1632 में ताजमहल बनाने का काम शुरू हुआ और पूरी तरह से तैयार होने में करीब 20 साल का वक्त और 20 हजार कारीगर लगे.

-------------------------------------

इसे बनाने के लिए ईरान और दूसरे देशों से कारीगर बुलाए गए थे. वहीं सामान ढोने के लिए हजारों बैलों और हाथियों को लगाया गया था.

-------------------------------------

ताजमहल में न सिर्फ मुमताज का मकबरा है बल्कि शाहजहां का भी मकबरा बना हुआ है. पहले इसका नाम मुमताज महल रखा गया था जो बाद में बदल कर ताजमहल किया गया.

-------------------------------------

सफेद संगमरमर से बना ताजमहल दिन में कई बार अपना रंग बदलता है. सूर्य की रोशनी पड़ते ही पीला और शाम होते ही यह नीला दिखाई देने लगता है.

-------------------------------------