बचपन में पकौड़े बेचते थे धीरूभाई अंबानी

गुजरात के जूनागढ़ के चोरवाड में  28 दिसंबर 1933 को धीरूभाई अंबानी का जन्म हुआ था. उनके पिता एक टीचर थे.

धीरूभाई अंबानी 10वीं पास थे. 5 भाई-बहनों के साथ उनका पूरा परिवार दो कमरे के घर में रहता था.

धीरूभाई अंबानी ने पहली बार गुजरात के गिरनार पर्वत पर श्रद्धालुओं के लिए चाट-पकौड़े बेचने का बिजनेस शुरू किया.

धीरूभाई ने यमन में एक पेट्रोल पंप पर नौकरी की. उनको 300 रुपए सैलरी मिलती थी. काम से प्रभावित होकर मालिक ने उनको मैनेजर बना दिया.

साल 1960 में धीरूभाई अंबानी ने अपने चचेरे भाई चंपकलाल दिमानी की मदद से रिलायंस कमर्शियल कॉरपोरेशन कंपनी की शुरुआत की.

अंबानी का पहला ऑफिस मुंबई में 350 वर्ग मीटर का एक कमरा था. ऑफिस में एक 3 कुर्सी और एक मेज था.

साल 1966 में उन्होंने गुजरात के अहमदाबाद में एक कपड़ा मिल की शुरुआत की. जिसका नाम रिलायंस टैक्सटाइल्स रखा. 

अंबानी ने 3 बार कंपनी का नाम बदला. साल 1977 में फाइनल तौर पर कंपनी का नाम रिलायंस इंडस्ट्रीज रखा.

रिलायंस साल 1996 में इंटरनेशनल क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों से रेटिंग पाने वाली भारत की पहली निजी कंपनी बन गई. 

जून 2002 में एक बड़ा स्ट्रोक आने के बाद धीरूभाई को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया. 6 जुलाई को उनका निधन हो गया.