केएम करियप्पा का जन्म 28 जनवरी 1899 को कर्नाटक में हुआ था. जबकि उनका निधन 15 मई 1993 को बेंगलुरू में हुआ.
कोडांदेरा मदप्पा करियप्पा भारतीय सेना के पहले भारतीय कमांडर इन चीफ थे. उनको 1948 में ये पद मिला.
200 साल की ब्रिटिश गुलामी के बाद पहली बार किसी भारतीय को सेना की बागडोर दी गई थी.
करियप्पा साल 1942 में लेफ्टिनेंट कर्नल का पद पाने वाले पहले भारतीय बने थे.
साल 1944 में उनको ब्रिगेडियर बनाया गया और बन्नू फ्रंटियर ब्रिगेड के कमांडर के तौर पर तैनात किए गए.
करियप्पा पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान फील्डमार्शल करियप्पा के अंडर में काम कर चुके थे.
1965 के युद्ध में पाकिस्तान ने करियप्पा के बेटे को पकड़ लिया था. लेकिन जब अयूब खान ने उनको छोड़ने की बात कही तो करियप्पा ने कहा कि सभी युद्धबंदी मेरे बेटे हैं.
करियप्पा अच्छे कपड़े पहनने के शौकीन थे. डिनर में वो हमेशा काले रंग के सूट या बंदगले में दिखाई देते थे.
87 साल की उम्र में 15 जनवरी 1986 को करियप्पा को फील्डमार्शल बनाया गया.