क्यों खास है अल अक्सा मस्जिद?

इजरायल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध छिड़ा हुआ है. इसका मुख्य कारण आतंकी संगठन हमास है.

इस हमले में हमास ने शनिवार को इजरायल पर 5000 रॉकेट दागे. आतंकी समूह के लड़ाकों ने इजरायली नागरिकों और सैनिकों को भी बंधक बना लिया है.

दोनों ही देशों के लिए विवाद का प्रमुख कारण अल-अक्सा मस्जिद का इलाका है. यह 35 एकड़ में फैला है.

इस्लाम के लिए अल अक्सा मस्जिद मक्का मदीने के बाद तीसरा सबसे पवित्र स्थान है. मुस्लिम इसे अल-हरम-अल-शरीफ कहते हैं.

यह मस्जिद 8वीं सदी में बनाई गई थी. मुस्लिमों का मानना है कि सन 621 में पैगंबर मोहम्मद यहीं से जन्नत में गए थे.

यहूदी इस जगह को टेंपल माउंट कहते हैं. यहूदियों का पवित्र स्थल डोम ऑफ रोक भी यहीं स्थित है.

ईसाई मानते हैं कि यहीं ईसा मसीह को सूली पर लटकाया गया था, इसके बाद वो यहीं अवतरित हुए थे.

इस जगह को लेकर पहले भी फिलिस्तीन और इजरायल के बीच पहले भी हिंसा हो चुकी है. हमास ने यहूदियों पर यथास्थिति समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है.

2021 में इजरायल और हमास के बीच 11 दिनों तक खूनी युद्ध चला था.

बैजेन्टाइन साम्राज्य के समय में मुस्लिमों ने इजरायल पर हमला किया और इस जगह को जीत लिया. बाद में उमय्यद खलीफाओं ने एक भव्य मस्जिद का निर्माण कराया.