भारत सरकार कई वैरायटी की करेंसी मैन्युफैक्चरिंग करती है.
सरकार की ओर से 1 रुपये के नोट से लेकर 1, 2, 5, 10, 20 रुपये के सिक्के छापे जाते हैं.
कई सिक्के ऐसे हैं, जिन्हें छापने में सरकार का उसके वास्तविक मूल्य से ज्यादा खर्च हो जाता है, जैसे एक रुपये का सिक्का.
सरकार को एक रुपये का सिक्का छापने में उसके वास्तविक मूल्य एक रुपये से ज्यादा की लागत आती है.
जैसे एक रुपये के सिक्के में 1.11 रुपये की लागत आती है.
वहीं, 2 रुपये में 1.28 रुपये, 5 रुपये के सिक्के में 3.69 रुपये और 10 रुपये के सिक्के में 5.54 रुपये की लागत आती है.
बता दें कि ये लागत साल 2018 की है, जब एक आरबीआई में इसके बारे में खुलासा हुआ था.