हर साल कार्तिक माह की कृष्ण चतुर्थी को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है.
इस दिन सुहागिन स्त्रियां अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं.
इस व्रत को सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक किया जाता है.
करवाचौथ के व्रत में कुछ बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है इसलिए आपको बता रहे हैं कि इस दिन क्या न करें.
करवा चौथ का व्रत निर्जला होता है. इस दिन गलती से भी अन्न और जल ग्रहण न करें.
करवा चौथ के दिन खुद उपयोग की गई सुहाग से जुड़ी सामग्री जैसे सिंदूर, बिंदी, चूड़ी, महावर, मेहदी आदि का दान किसी को नहीं करना चाहिए.
करवा चौथ व्रत में चंद्रमा को अर्घ्य दिए बिना पारण नहीं करते हैं. अगर आपके शहर में किसी कारणवश चांद न दिखे तो ज्योतिष उपाय करके पूजा और अर्घ्य दें. उसके बाद पारण करें.
करवा चौथ व्रत रखने वाली महिलाओं को दिन में सोना नहीं चाहिए. व्रत रखकर सोने से व्रत का फल प्राप्त नहीं होता है.
करवा चौथ के दिन काले रंग के कपड़े न पहनें. काले रंग को नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है. उस दिन आप लाल, गुलाबी, पीले, हरे रंग के कपड़े पहन सकती हैं.
करवा चौथ पर शाम के समय में करवा माता की पूजा करें तो करवा चौथ की व्रत कथा सुनना न भूलें.
करवा चौथ की पूजा के बाद अपनी सास को पूजा और सुहाग की सामग्री देना न भूलें.