उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में तिब्बत सीमा के पास समुद्र तल से 6191 मीटर की ऊंचाई पर स्थित ओम पर्वत रहस्यों से भरा है.
Credit: Social Media
ओम पर्वत हिमालय के पहाड़ों में से एक है. हिंदू धर्म में इस पर्वत का खासा महत्व है. इस पर्वत का दीदार नाबीडांग से होता है.
Credit: Social Media
इस पर्वत को नजदीक से देखने वालों की माने तो इस पहाड़ पर बर्फ के बीच ओम शब्द का आकार दिखाई देता है. इसी वजह से इसका नाम ओम पर्वत पड़ा है.
Credit: Social Media
ओम पर्वत हिंदू धर्म के साथ-साथ बौद्ध और जैन धर्म में भी विशेष धार्मिक महत्व अर्जित किए हुए है.
Credit: Social Media
इस पर्वत के दूसरी तरफ पार्वती मुहर नाम का एक पहाड़ है, जो इसी नाम के एक दर्रे से जुड़ा है.
Credit: Social Media
इस पर्वत को लेकर भारत और नेपाल के बीच सीमा रेखा पर सहमति नहीं है. पर्वत पर ओम का निशान भारत की तरफ और इसका दूसरा हिस्सा नेपाल की तरफ है.
Credit: Social Media
ओम पर्वत की चोटी पर पहुंचने की कई कोशिश हो चुकी है. लेकिन इसके शिखर पर कोई नहीं पहुंचा है.
Credit: Social Media
सबसे पहले ब्रिटिश और भारतीय पर्वतारोहियों के संयुक्त दल ने इस चोटी को फतह करने का प्रयास किया था. लेकिन उस दल ने धार्मिक मान्यता का सम्मान करते हुए शिखर से30 फीट पहले ही रुकने का फैसला किया.
Credit: Social Media
पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक ओम पर्त पर आज भी भगवान शिव वास करते हैं.
Credit: Social Media