हवा नहीं फिर भी स्पेस में कैसे सांस लेते हैं एस्ट्रोनॉट?

(Photos Credit: Pixabay)

क्या आपने कभी सोचा हैं कि एस्ट्रोनॉट स्पेस में बिना हवा और बिना ऑक्सीजन के सांस कैसे लेते हैं. बात करें स्पेस एनवायरनमेंट की तो यह इंसानों के लिए काफी खतरनाक होता हैं. इस सवाल का जवाब उनकी स्पेसशिप और खास तकनीक में छुपा है.

स्पेस में हवा नहीं होती क्योंकि वहां कोई वायुमंडल नहीं है. यही कारण है कि वहां ऑक्सीजन भी नहीं है.

एस्ट्रोनॉट्स का स्पेससूट एक चलता-फिरता ऑक्सीजन सप्लाई सिस्टम होता है, जो उन्हें सांस लेने में मदद करता है.

एस्ट्रोनॉट्स जो सांस छोड़ते हैं, उसमें कार्बन डाइऑक्साइड होती है. इसे फिल्टर करने के लिए स्पेसशिप में CO₂ स्क्रबर लगे होते हैं.

स्पेस मिशन पर हमेशा ऑक्सीजन सिलेंडर का बैकअप रखा जाता है, ताकि इमरजेंसी में उसका इस्तेमाल हो सके.

जब भी एस्ट्रोनॉट्स को स्पेसक्राफ्ट से बाहर निकलना होता हैं तो उनके लिए विशेष तरह की स्पेससूट होती है जिसमें ऑक्सीजन और नाइट्रोजन दो तरह के सिलेंडर होते हैं.

स्पेस में पानी से ऑक्सीजन निकालने के अलावा नए मिशनों में प्लांट्स और एल्गी का इस्तेमाल भी किया जा रहा है.

हर एस्ट्रोनॉट के पास एक छोटा पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर होता है, जो किसी भी तकनीकी गड़बड़ी की स्थिति में काम आता है.  

सांस लेने के लिए सिर्फ ऑक्सीजन नहीं, बल्कि सही प्रेशर भी जरूरी है. स्पेसशिप और स्पेससूट, दोनों में यह प्रेशर मेंटेन किया जाता है.