जानिए नितिन गडकरी के बारे में कुछ अनसुने बातें 

नितिन गडकरी का पालन-पोषण महाराष्ट्र के नागपुर ज़िले के एक मराठी ब्राह्मण परिवार में हुआ था.

नितिन गडकरी ने 1976 में नागपुर विश्वविद्यालय में भाजपा की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की.

नितिन गडकरी को 24 साल की उम्र में ही भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था.

काफी छोटी उम्र में ही वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हुए थे.

वह पॉली सैक इंडस्ट्रियल सोसाइटी लिमिटेड के संस्थापक-अध्यक्ष हैं. यह कंपनी कठोर पीवीसी पाइप बनाती है.

नितिन गडकरी निखिल फर्निचर एंड अप्लायंसेज प्राइवेट लिमिटेड में एक प्रमोटर निदेशक के रूप में जुड़े हैं. इस कंपनी में फर्म एपॉक्सी पाउडर-लेपित स्टील फर्नीचर बनता है.

उन्हें भाजपा द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण रोड विकास समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया.

गडकरी ने पूरे महाराष्ट्र की सड़कों, राजमार्गों और फ्लाईओवर का शिलान्याश किया है जिसमें ‘यशवंतराव चव्हाण मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे’ भी शामिल है.

नितिन गडकरी ने अपना परिचय ज़मीन से जुड़े एक कार्यकर्ता के तौर पर बताई है और वह एक राजनेता के साथ ही साथ एक कृषक और उद्योगपति भी हैं.

वर्ष 1995 में महाराष्ट्र की शिव सेना और भारतीय जनता पार्टी की गठबंधन सरकार में वह लोक निर्माण मंत्री बनाए गए और चार साल तक इस मंत्री पद कार्यरत रहे.

वर्ष 1995 से लेकर 1999 तक नितिन गडकरी महाराष्‍ट्र सरकार में पीडब्‍लूडी मंत्री रहे.  

नितिन गडकरी एक चीनी मिल, बायो-डीजल पंप, एक लाख 20 हजार लीटर क्षमता वाले इथानॉल ब्लेन्डिंग संयत्र, 26 मेगावाट की क्षमता वाले बिजली संयंत्र, सोयाबीन संयंत्र, और को जनरेशन ऊर्जा संयंत्र के मालिक हैं.

नितिन गडकरी वर्तमान समय में केन्द्रीय कैबिनेट में सड़क परिवहन मंत्री हैं. हालांकि यह पद उन्हें पूर्व केन्द्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे की मृत्यु के बाद मिला था.

इसके आलावा उन्हें ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालयों का भी पदभार संभालने का मौका मिला.