हवा के तापमान और ओस बिंदु के बीच का अंतर 2.5 डिग्री सेल्सियस से कम होने पर कोहरा बनता है.
जब हवा में निलंबित किए गए छोटे तरल पानी की बूंदों में जल वाष्प संघनित होता है, तो कोहरा बनना शुरू हो जाता है.
सर्दियों में पृथ्वी की सतह के पास की गर्म हवा में मौजूद जलवाष्प ऊपर मौजूद ठंडी हवा की परतों से मिलकर जम जाती है.
इस प्रक्रिया को सघनन (कंडेन्शन) कहते है. जब हवा में बहुत ज्यादा कंडेन्शन हो जाता है तो यह भारी होकर पानी की नन्हीं-नन्हीं बूंदों में बदलने लगती है.
वहीं, जब कोहरा बन रहा हो और वातावरण में प्रदूषण हो तो एक मिश्रण तैयार होता है. इसी को धुंध कहा जाता है.
यह कोहरे से काफी घना होता है और इसके कारण विजिबिलिटी बहुत कम हो जाती है. आप इसे मिलावटी कोहरा कह सकते हैं.
सामान्य प्रदूषण से धुंध ज्यादा खतरनाक होता है. इसलिए धुंध की स्थिति में घर से बाहर निकलने के लिए मना किया जाता है.