ऊंची-ऊंची चोटियों को माउंटेन कहते हैं. माउंटेन प्राकृतिक तौर पर बनते हैं और काफी ऊंचे होते हैं.
आमतौर पर इनकी ऊंचाई 2,000 मीटर से ज्यादा होती है.
हमारी धरती पर गोलाकार रूप में चट्टान और मिट्टी से बने पर्वत का निर्माण फाल्टिंग के कारण हुआ है.
वैज्ञानिकों के मुताबिक, जब पृथ्वी की दो टेक्टोनिक प्लेट्स एक-दूसरे से टकराती हैं, तब एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे चली जाती है.
इस दौरान ऊपर वाली प्लेट धरती के बाहर आ जाती है और माउंटेन बन जाती हैं.
अब हिल्स की बात करें तो ये माउंटेनों की तुलना में कम ऊंचे होते हैं.
हिल्स दो हजार मीटर से कम ऊंचाई वाले होते हैं. माउंटेनों की तरह ही फॉल्टिंग की मदद से इनका भी निर्माण होता है.
हिल्स की चढ़ाई सीधी यानी खड़ी नहीं होती है. कई जगह हिल्स माउंटेनों का ही हिस्सा होते हैं.