एक समय था जब रैपर और सिंगर हनी सिंह की म्यूजिक वर्ल्ड में तूती बोलती थी. ब्लॉकबस्टर गाने देकर हनी सिंह ने अपना स्टारडम काफी बढ़ा लिया था.
Photo Courtesy: Instagram
लेकिन इस स्टारडम को तब बुरी नजर लग गई जब हनी सिंह बाइपोलर डिसऑर्डर का शिकार हुए और फिर इसकी वजह से कई साल तक डिप्रेशन में रहे.
Photo Courtesy: Instagram
इस बीमारी के कारण हनी सिंह न सिर्फ म्यूजिक की दुनिया से दूर हो गए थे, बल्कि दवाइयों के कारण उनका वजन भी बहुत बढ़ गया था.
Photo Courtesy: Instagram
बाइपोलर डिस्आर्डर एक प्रकार की मानसिक बीमारी है, जिसमे मन लगातार कई हफ़्तो तक या महिनों तक या तो बहुत उदास या फ़िर अत्यधिक खुश रहता है.
उदासी में नकारात्मक तथा मैनिया में मन में ऊँचे ऊँचे विचार आते हैंं. यह बीमारी लगभग 100 में से एक व्यक्ति को जीवन में कभी ना कभी होती है.
इस बीमारी की शुरुआत अक्सर 14 साल से 19 साल के बीच होती है. इस बीमारी से पुरुष तथा महिलाएँ दोनों ही समान रूप से प्रभावित होते हैं. यह बीमारी 40 साल के बाद बहुत कम ही शुरु होती है.
इस बीमारी का मुख्य कारण सही रूप से बता पाना कठिन है. वैज्ञानिक समझते है कि कई बार शारीरिक रोग भी मन में उदासी तथा तेजी कर सकते हैं. कई बार अत्यधिक मानसिक तनाव इस बीमारी की शुरुआत कर सकता है.
इसमें मरीज के मन में अत्यधिक उदासी, कार्य में अरुचि, चिड़चिड़ापन, घबराहट, आत्मग्लानि, भविष्य के बारे में निराशा, शरीर में ऊर्जा की कमी, अपने आप से नफ़रत, नींद की कमी, सेक्स इच्छा की कमी, मन में रोने की इच्छा, आत्मविश्वास की कमी लगातार बनी रहती है.
मन में आत्महत्या के विचार आते रहते हैं. मरीज की कार्य करने की क्षमता अत्यधिक कम हो जाती है. कभी कभी मरीज का बाहर निकलने का मन नहीं करता है. किसी से बातें करने का मन नहीं करता.
इस प्रकार की उदासी जब दो हफ़्तो से अधिक रहे तब इसे बीमारी समझकर विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए.