हिन्दू धर्म में करवा चौथ का विशेष महत्व है. करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करती हैं.
मान्यता है कि महिलाओं द्वारा इस पर्व को करने से इनके पति के सारे संकट दूर हो जाते हैं और दीर्घायु होते हैं.
व्रत रखने की ये परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है.
करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है.
मान्यताओं के मुताबिक सबसे पहले करवा चौथ का व्रत माता पार्वती ने भगवान शंकर के लिए रखा था.
तभी से करवा चौथ का व्रत को रखने की परंपरा चली आ रही है.
महाभारत में भी करवा चौथ से जुड़ी कथा का वर्णन मिलता है.
कहा जाता है कि द्रौपदी ने भी पांडवों की रक्षा के लिए इस व्रत को रखा था.