भारत देश को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराने में महात्मा गांधी की ही भूमिका रही है. इसी के चलते उन्हें सम्मान देने के लिए आज भी भारतीय नोटों पर उनकी तस्वीर होती है.
हालांकि पहले के भारतीय नोटों पर गांधी जी की फोटो नहीं होती थी. उनकी जगह पर गेटवे इंडिया, अशोक स्तंभ, तंजोर मंदिर की फोटो छपी होती थी.
वही आजादी से पहले भारतीय नोटों पर ब्रिटिश किंग जॉर्ज की तस्वीर छपी होती थी. लेकिन आजादी के बाद साल 1969 में महात्मा गांधी की तस्वीर को छापा गया था.
भारतीय नोटों पर सेवाग्राम आश्रम की तस्वीर भी छपा करती थी. यह वही आश्रम है जहां गांधी जी ने 14 वर्ष गुजारे थे. हालांकि बाद में कई नोटों पर उनकी तस्वीर छापी जाने लगी.
रिजर्व बैंक ने पहली बार 1969 में नोटों पर गांधी जी की तस्वीर छापी थी. उस दौरान रिजर्व बैंक ने 100 रूपये का नोट निकाला था जिसमें गांधी जी की तस्वीर थी.
अक्टूबर 1987 में गांधीजी की तस्वीर लगे 500 रुपये का नोट पेश किया गया. इसके बाद से अन्य करेंसी नोटों पर भी उनकी यही तस्वीर छापी जाने लगी.
गांधीजी की तस्वीर के साथ 5, 10, 20, 100, 500 और 1000 रुपये के नोट चलन में आए.
नोटों पर छपी महात्मा गांधी की तस्वीर मौजूदा राष्ट्रपति भवन में वर्ष 1946 में खींची गई थी.
जब गांधीजी म्यांमार यानी तब के बर्मा और भारत में तत्कालीन सेक्रेटरी फ्रेडेरिक पेथिक लॉरेंस से मुलाकात करने पहुचे थे. वहीं पर उनकी तस्वीर ली गई थी.