अक्सर आपने देखा होगा कि भगवान शिव अपने गले में सांप को धारण किए रहते हैं.
आइए जानते हैं कि भोलेनाथ गले में नाग क्यों धारण करते हैं, क्या है इसके पीछे की कहानी.
वैदिक धर्मग्रन्थों में बताया गया है कि भगवान शिव के गले में लिपटे हुए सांप का नाम वासुकि है, जिन्हें सभी नागों का राजा कहा जाता है.
कथा के अनुसार हिमालय में नाग वंश के लोग वास करते थे, जिन्हें भगवान शिव से बहुत लगाव था.
इन्हीं में से एक नागराज वासुकि भगवान शिव के परम भक्त थे. नागराज वासुकी सदैव भगवान शिव की आराधना में लीन रहते थे.
धार्मिक पुराणों के अनुसार समुद्र मंथन के समय जिस रस्सी से समुद्र मंथन किया था, उस समय नागराज वासुकि को ही रस्सी के रूप में प्रयोग किया गया था.
नागराज वासुकि से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उसे नागलोक का राजा बना दिया.
साथ ही अपने गले में आभूषण की भांति लिपटे रहने का वरदान भी दिया था.