हाथी दांत आभूषण बनाने के लिए उपयोग में लाए जाते हैं. इससे गले में पहनने के लिए हार,कलाइयों में पहनने के लिए चूड़ियों,बटन जैसे आभूषण बनाए जाते हैं.
हाथी दांत से बने आभूषण पुराने समय से ही उपयोग में लाए जाते रहे हैं. पुराने समय में भी राजघराने के लोग और संभ्रांत लोगों में इससे बने आभूषणों की बहुत मांग थी.
कई विशेष जगहों पर तो यह आम संस्कृति का हिस्सा था. यह भी हाथी दांत के सोने से महंगे होने का कारण है.
हाथी के दांत धार्मिक कारणों चलते भी मांग में रहते हैं. हिंदुओं के देवता श्री गणेश को हाथी के मुख के स्वरूप में दिखाया गया है.
हाथियों के दांत का कारोबार गैरकानूनी घोषित किया गया है. इससे संबंधित कारोबार करने पर 'वन्यजीव संरक्षण अधिनियम' की 'धारा 9' के तहत कानूनी कार्यवाही की जाती है.
लोग दांत के लालच में हाथियों की हत्या कर देते हैं. जिससे ना सिर्फ इस निर्दोष जीव का जीवन छीन लेते हैं बल्कि इसके चलते हाथियों की संख्या भी प्रभावित हुई है.